बाबा राम सिंह करनाल नानकसर वालों ने किसान आंदोलन के दाैरान खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। राम सिंह गुरुद्वारा नानकसर में ग्रंथी थे। वे धरने में शामिल होने के लिए करनाल से लगातार आते-जाते रहते थे। चार-पांच दिन पहले भी वे धरने में शामिल होने के लिए आए थे। माैके से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उनके द्वारा लिखा गया है कि किसानों की सुध नहीं ली जा रही जिसकारण मेरा मन व्यथित है।
मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक बुधवार को राम सिंह मंच के पीछे रोड पर पहुंचे और रोड के दूसरी ओर जाकर खुद को गोली मार ली। बताया जाता है कि गोली उन्होंने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से मारी है। वहां मौजूद उनके जानकार तुरंत उन्हें लेकर जीटी रोड से होते हुए पानीपत के पार्क अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। संत बाबा राम सिंह किसान थे और हरियाणा एसजीपीसी के नेता थे। बाबा जी के सेवादार गुरमीत सिंह ने भी घटना की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि बाबा जी के हरियाणा और पंजाब में ही नहीं, दुनियाभर में लाखों की संख्या में अनुयायी हैं। संत बाबा राम सिंह की आत्महत्या पर विभिन्न सिख संगठनों ने शोक जताया है।