कोरोना महामारी के चलते में शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं एक नई परेशानी ले आई हैं। इसी के साथ ही अब ऑनलाइन पढ़ाई पर हैकरों ने हमला करना शुरू कर दिया है। खबर के मुताबिक इन दिनों वह नर्सरी बच्चों और लड़कियों की कक्षाओं को सबसे ज्यादा निशाना बना रहे हैं। जूम व गूगल मीट जैसे ग्रुप वीडियो कॉलिंग मंचों के जरिए संचालित होने वाली ऑनलाइन कक्षाओं में पोर्न स्ट्रीमिंग तक की खबरें आ रही हैं। भारत, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर व अन्य देशों में ऑनलाइन हैकिंग के मामलों ने अभिभावकों की चिंता बढ़ा दी है।
बीते बुधवार को न्यूयॉर्क सिटी के कई अभिभावकों ने टि्वटर पर ऑनलाइन कक्षा में हो रही साइबर बुलीइंग के खिलाफ अभियान चलाया। बताया जा रहा है कि छठी कक्षा में पढ़ने वाली एक बच्ची की मां देवॉन मॉरेल ने टि्वटर पर लिखा कि बेटी की पढ़ाई के पहले दिन ही ऑनलाइन कक्षा के दौरान अचानक अश्लील फोटो और पोर्न वीडियो की स्ट्रीमिंग होने लगी।
उन्होंने अपने ट्वीट के साथ ही एक स्क्रीनशॉट भी लगाए है। उसमे लिखा कि यह यौन उत्पीड़न है। अगर आपके पास रिमोट लर्निंग की निगरानी के इंतजाम नहीं हैं तो ऑनलाइन कक्षाएं मत चलाइए। जिसके बाद हैशटैग के साथ बड़ी संख्या में अभिभावकों ने अपने बच्चों की ऑनलाइन कक्षा के खराब अनुभवों को साझा किए। कई ने बताया कि क्लास हैक करके नस्लभेदी बातें भी लिखी गईं। इसके अलावा टेक्सास, वॉशिंगटन व अन्य राज्यों में भी क्लास को हैक करने के मामले सामने आए हैं।
ऑनलाइन कक्षाओं की हैकिंग का मामला गरमाने पर शिक्षा विभाग की प्रवक्ता मिरिंडा बरबॉट ने कहा कि विभाग द्वारा अधिकृत ऑनलाइन मंचों पर किसी बाहरी दखल से सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। जिन स्कूलों की ऑनलाइन कक्षाओं के दौरान हैकिंग हुई, वहां तुरंत कक्षा को ऑफलाइन कर दिया गया। ये घटनाएं हमारे लिए भी नया सबक हैं। हम सभी स्कूलों को आवश्यक तकनीकी सहायता उपलब्ध करवाएंगे ताकि आगे ऐसा न हो।