तीनों परिवारों ने इस शादी को मंजूरी दी घरवाली और बाहरवाली एक साथ दोनों को संभालना तो बहुत ही मुश्किल होता है। पर क्या हो जब दोनों ही घरवाली हो। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की यह अनोखी घटना चर्चा का कारण बनी हुई है। जिसमें दूल्हेराजा ने एक साथ दो दो दुल्हनों के साथ सात फेरे लिए। दोनों दुल्हनों में से एक दुल्हन जहां माता पिता ने पसंद की थी, वहीं दूसरी खुद दूल्हे राजा ने। घटना बैतूल से 40 किलोमीटर दूर स्थित घोड़ाडोंगरी के गांव की है। गांव वालों के अनुसार गांव के युवक संदीप ने एक ही साथ दो युवतियों से विवाह किया है। जिसमें एक होशंगाबाद की रहनेवाली है और संदीप के साथ पढ़ती थी। जहां दूसरी युवती उसी गांव की है, जिसे संदीप के माता पिता ने उसके लिए पसंद किया था। सारा मामला पंचायत में पहुंचने के बाद विवाद खत्म करने के लिए पंचायत ने तीनों परिवारों, दोनों युवतियों और संदीप को बुलाया था। जिसमें उन्होंने दोनों युवतियों को अगर आपत्ति ना हो तो उन दोनों का विवाह संदीप से करने को कहा। जिस पर […]
तीनों परिवारों ने इस शादी को मंजूरी दी घरवाली और बाहरवाली एक साथ दोनों को संभालना तो बहुत ही मुश्किल होता है। पर क्या हो जब दोनों ही घरवाली हो। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की यह अनोखी घटना चर्चा का कारण बनी हुई है। जिसमें दूल्हेराजा ने एक साथ दो दो दुल्हनों के साथ सात फेरे लिए। दोनों दुल्हनों में से एक दुल्हन जहां माता पिता ने पसंद की थी, वहीं दूसरी खुद दूल्हे राजा ने। घटना बैतूल से 40 किलोमीटर दूर स्थित घोड़ाडोंगरी के गांव की है। गांव वालों के अनुसार गांव के युवक संदीप ने एक ही साथ दो युवतियों से विवाह किया है। जिसमें एक होशंगाबाद की रहनेवाली है और संदीप के साथ पढ़ती थी। जहां दूसरी युवती उसी गांव की है, जिसे संदीप के माता पिता ने उसके लिए पसंद किया था। सारा मामला पंचायत में पहुंचने के बाद विवाद खत्म करने के लिए पंचायत ने तीनों परिवारों, दोनों युवतियों और संदीप को बुलाया था। जिसमें उन्होंने दोनों युवतियों को अगर आपत्ति ना हो तो उन दोनों का विवाह संदीप से करने को कहा। जिस पर !
घरवाली और बाहरवाली एक साथ दोनों को संभालना तो बहुत ही मुश्किल होता है। पर क्या हो जब दोनों ही घरवाली हो।
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की यह अनोखी घटना चर्चा का कारण बनी हुई है। जिसमें दूल्हेराजा ने एक साथ दो दो दुल्हनों के साथ सात फेरे लिए। दोनों दुल्हनों में से एक दुल्हन जहां माता पिता ने पसंद की थी, वहीं दूसरी खुद दूल्हे राजा ने।
घटना बैतूल से 40 किलोमीटर दूर स्थित घोड़ाडोंगरी के गांव की है। गांव वालों के अनुसार गांव के युवक संदीप ने एक ही साथ दो युवतियों से विवाह किया है। जिसमें एक होशंगाबाद की रहनेवाली है और संदीप के साथ पढ़ती थी। जहां दूसरी युवती उसी गांव की है, जिसे संदीप के माता पिता ने उसके लिए पसंद किया था।
सारा मामला पंचायत में पहुंचने के बाद विवाद खत्म करने के लिए पंचायत ने तीनों परिवारों, दोनों युवतियों और संदीप को बुलाया था। जिसमें उन्होंने दोनों युवतियों को अगर आपत्ति ना हो तो उन दोनों का विवाह संदीप से करने को कहा। जिस पर दोनों युवतियां राजी हो गई। अंत में तीनों परिवारों ने इस शादी को मंजूरी दी।
एक ही युवक ने एक ही मंडप में दो युवतियों से विवाह किया। परंतु स्थानिक तंत्र की सबसे बड़ी चिंता बिना परमिशन के शादी की गई। मामलतदार मोनिका विश्वकर्मा के अनुसार, उन्होंने शादी के लिए कोई भी परमिशन नहीं दी है। अभी के हालात को देखते हुए शादी की परमिशन जरूरी थी। मामले की जांच अभी जारी हैं।